The Definitive Guide to sidh kunjika
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।”
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्रृणु देवि ! प्रवक्ष्यामि, कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस महाविद्या का वर्णन है.
जाग्रतं click here हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
इसके लिए मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि